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यहां हैं वे 10 फायदे जो नियमित योगाभ्यास से किसी को भी मिल सकते है। हजारों वर्षों से, योग का अभ्यास आध्यात्मिक, मानसिक और शारीरिक अनुशासन के रूप में किया जाता रहा है। अक्सर योग के लाभ केवल भौतिक स्तर पर ही देखे जाते हैं, हालांकि हममें से अधिकांश लोगों को यह नहीं पता होता है कि योग शरीर, मन और श्वास को जोड़ने के लिए कितना फायदेमंद है। जब आपका शरीर और दिमाग एक साथ होते हैं, तो आपका मन शांत, खुश और अ...
एकाग्रता और स्‍पष्‍टता ध्यान आपको वर्तमान क्षण में रहने में सहायता करता है। आपका मन अतीत और भविष्य के बीच झूलता रहता है। हम या तो पूरे समय भूतकाल के प्रति क्रोधित रहते हैं या फिर भविष्‍य के लिए चिंतित। अत: ध्यान आपके मन को भूत और भविष्य में झूलने के बजाय वर्तमान क्षण में अधिक रहने में मदद करता है। स्‍वास्‍थ्‍य लाभ के अलावा, ध्यान एकाग्रता को निखारता है। आप जिस तरह चीजों का...
योग के नियम कितने हैं। महर्षि पतंजलि ने योग को आठ भागों (नियमों) में बांटा है जिसे अष्टांग योग कहते हैं। योग को लेकर कई परिभाषाएं मौजूद हैं जिनमें से दो प्रमुख हैं। पहली परिभाषा के अनुसार गीता में लिखा है 'योग: कर्मसु कौशलम्' अर्थात् फल की इच्छा के बिना कर्म की कुशलता ही योग है।
मुद्रा संस्कृत में मुद्रा शब्द का अर्थ शरीर की विशेष भाव-भंगिमा या परवर्ती से है। दूसरे शब्दों में मुद्रा किसी स्थिति विशेष या भावभंक्षगिमा विशेष का बोध कराती है। इस अर्थ में मुद्रा से तात्पर्य आसन एवं प्रणायाम के बीच की उस स्थिति से है जिसमें दृष्टि बंद आदि यौगिक क्रियाओं की सहायता से साधक शरीर और मन की ऐसी स्थिति में पहुंच जाता है जिसके द्वारा उसे अचेतन इच्छा शक्...
प्रकृति की सुंदरता प्रकृति की सुंदरता इसकी ताजगी , खुलेपन, धीमी हवा और गर्म सूरज मैं निहित है –जो हमारे दिमाग को राहत देती है। प्रकृति उन सभी चीजों से बनी हैं जो हम अपने आस–पास देखते है –पेड़ , फूल, पौधे, जानवर, आकाश, पहाड़, जंगल और भी बहुत कुछ। हमे प्रकृति में कई रंग मिलते हैं जो पृथ्वी को सुंदर बनाते है।...
(सुतली प्राणायाम हम कैसे करते हैं जाने) : यहतितली प्राणायाम हर योग का एक भाग है शीतल का अर्थ है शांति है एक समसान व्यायाम है जो आंतरिक उष्मा को काम करता है और मानसिक शारीरिक व भावनात्मक संतुलन को बनाए रखना है इन्हें भी जाने : ...
भुजंगासन को कोबरा पोज़ भी कहा जाता है. यह एक प्राचीन योग मुद्रा है. यह सूर्य नमस्कार का हिस्सा है. भुजंगासन करने से कई फ़ायदे होते हैं, जैसे कि तनाव कम होना, पीठ दर्द में आराम मिलना, और रीढ़ की हड्डी मज़बूत होना. भुजंगासन करने का तरीका: ज़मीन पर पेट के बल लेट जाएं. दोनों पैरों के बीच थोड़ी दूरी रखें. हाथों को छाती के पास ले जाएं और हथेलियों को ज़मीन पर टिका लें. गहरी सांस लें और नाभि क...
कम समय में गहरा विश्राम अब तक काफी शोध हुआ है कि कैसे ध्यान उच्च रक्तचाप (हाइपरटेंशन), हृदय की समस्याएँ, चमड़ी के रोगों में, स्नायुतंत्र समस्याएँ और अन्य विभिन्‍न समस्‍याओं में मददगार है। यह शारीरिक बीमारियों और मानसिक व्याधियों को रोकने में बहुत सहायक है। बौद्धिक स्तर पर यह कुशाग्रता, केंद्रित होने के लिए पैनापन, सजगता और अवलोकन लाता है। भावनात्मक रूप से हम हल्‍का, मधुर और निर्मल महसू...
प्राकृतिक सकारात्मकता क्या आपने देखा है कि कभी कभी जब आप किसी से मिलते हैं, बिना ही कारण आपको उनसे बात करने का मन नहीं करता? वहीं, कुछ लोग ऐसे भी होंगे जिनसे आप इतना मिले नहीं हैं के तो भी आपको उनके साथ बात करने से आत्मीयता लगती है। ऐसा सकारात्मक ऊर्जा के कारण होता है। ध्यान हमारे आसपास सकारात्मक और सामंजस्य की ऊर्जा का सृजन करता है।
हर साल विश्व स्वास्थ्य संगठन के जन्मदिवस के रूप में 7 अप्रैल को "विश्व स्वास्थ्य दिवस" मनाया जाता है। इसके लिए हर साल एक नया विषय तय किया जाता है। इस बार विश्व स्वास्थ्य दिवस की थीम है "एक स्वस्थ दुनिया का निर्माण"। सच है, आज दुनिया गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का सामना कर रही है, ऐसे में संगठन तो अपना काम करेगा ही, लेकिन इससे पहले आपको अपनी जीवनशैली को स्वस्थ बनाने की जरूरत है। दु...
सूर्य नमस्कार 12 योगासनों का एक समूह है. इसे रोज़ाना करने से कई फ़ायदे होते हैं: सूर्य नमस्कार करने से शरीर की मांसपेशियां मज़बूत होती हैं और टोन होती हैं. इससे रीढ़ की हड्डी और जोड़ों का स्वास्थ्य बेहतर होता है. यह शरीर को लचीला बनाता है और पॉश्चर सुधारता है. सूर्य नमस्कार से शरीर में खून का संचार बेहतर होता है. यह हार्ट की कार्यप्रणाली में सुधार करता है. इससे मेटाबॉलिज़्म बेहतर होता है और...
साइकोलाॅजी मे इन प्रमुख करियर के अलावा आप निम्नलिखित करियर भी देख सकते है: ● मनोचिकित्सक ● ऑक्यूपेशन साइकोलाॅजिस्ट ● ऑर्गेनाइजेशन साइकोलाॅजिस्ट ● फैमली सर्विस वर्कर ● प्रोफेसर ● रिहैबिलिटेशन काउंसलर ●  ...
आइए जानते है साइकोलाॅजी पढ़कर क्या बन सकते है। साइकोलाॅजी पढ़कर आप हेल्थकेयर और थेरेपी फील्ड मे chartered psychologist, psychotherapist, सोशल वर्कल,counselor बन सकते है एजुकेशन मे साइकोलाॅजी करियर बनाते है और एजुकेशन मे सोशल वर्क साइकोलाॅजी ग्रेजुएट बतौर टीचर मे भी काम कर सकते हैं।
आइए जानते है साइकोलाॅजी की सबसे बेस्ट बुक साइकोलाॅजी से संबंधित महत्वपूर्ण पुस्तके और उनके लेखक ● आउट लाइन साइकोलाॅजी- विलियम मैक्डूगल ●प्रिंसीपल्स ऑफ साइकोलाॅजी- विलियम जेम्स ● इंटरप्रिटेशन ऑफ ड्रीम्स- सिगमंड फ्रायड ● हिदू साइकोलाॅजी- अखिलानंद ● प्रिंसीपल ऑफ साइकोलाॅजी...
योग करने से पहले यह टिप्स जरूर जाने! ओशो का मानना था कि 'योग धर्म, आस्था और अंधविश्वास से परे है।योग एक प्रायोगिक विज्ञान है।योग स्वस्थ जीवन जीने की कला है।योग शरीर के समस्त रोगों के लिए एक पूर्ण चिकित्सा पद्धति है। जहां धर्म लोगों को खूंटे से बांधता है वहीं योग सभी तरह के खूंटों से मुक्ति का मार्ग बताता है।'योग तन और मन से जुड़े तमाम तरह के रोग और विकारों को दूर कर मनुष्य का जीवन आसान कर...
Yoga करने के क्या लाभ हैं? योग से शक्ति, संतुलन और लचीलापन बढ़ता है। धीमी गति से चलने और गहरी सांस लेने से रक्त प्रवाह बढ़ता है और मांसपेशियां गर्म होती हैं, जबकि एक ही मुद्रा में रहने से ताकत बढ़ती है। एक पैर पर संतुलन बनाए रखें, जबकि दूसरे पैर को अपनी पिंडली पर या घुटने के ऊपर (लेकिन घुटने पर कभी न रखें) समकोण पर रखें।
हलासन : यह आसन करने से पूर्व जमीन पर पीठ के बल लेट जाना चाहिएहथेलियां नीचे की तरफ वह दोनों पर आपस में मिले होने चाहिए इसके बाद दोनों पैरों को धीरे-धीरे ऊपर उठाना चाहिएl जब पर सीधे हो जाए तो इन्हें थोड़ा- सा पीछे चुकाकर नितंब था पीठ को भी ऊपर उठाना उठा लेना चाहिए इसके बाद दोनों पैरों को जितना अधिक हो सीख सके पीछे ले जाकर जमीन पर टिका देना चाहिए हाथों को जमीन पर दबाकर शरीर को संतुलि...
भद्रासन के लाभ व नियम। दोनों पैरों को सामने की तरफ फैला कर बैठ जाए फिर दाहिने पैर को मोड़कर दाहिने निबंधके नीचे व्यवहार पर को मोड़कर बाय निबंधके नीचेरखिएउसके बाद वज्जासनकी स्थितिमें बैठ जाएफिर दाहिने हाथ से बाएं पैर के अंगूठेकोऔर बाएं हाथ से दाहिने पैर के अंगूठे को पकड़िए अपनी समर्थके अनुसारइसी स्थिति में रख रहेइसके बाद अवस्थामें आ जाए &nb...
"हमारे प्राकृतिक संसाधन हमारे आस-पास दिखाने वाली हर वह वस्तू, जिसका प्रयोग हम अपनी विभिन्न आवश्यकताओ को पूरा करने के लिए करते हैं, संसाधन कहलाते है। उधाहरण- जब हमे प्यास लगती है तो हम पानी पीकर अपनी प्यास बुझाते हैं। पानी या जल एक संसाधन है जिसका उपयोग प्यास बुझाने के साथ -साथ नहाने, कपड़े धोने, सिंचाई आदि कामों के लिए भी करते हैं। पेड़ -पौधे, वनस्पतियाँ भी एक संसाधन है जो हम...
Acupressure ke fayde Therapy sharir ke harmons system ko uttejit karti hai. Yah sharir ke har tarah ke dard main faydemand sabit hoti hai. Agar aap dard, jakad ghutnon ke dard or arthritis se pidit hai. To Acupressure upchar se rahat pa sakta hai. Itna hi nahin, chinta, tanav ga pahchan sambandhit samasya se pareshan hai. To is prarambhik upchar ki madad...
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