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Garima kumari

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Blog by Garima kumari | Digital Diary

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आओ पढ़ो जंतु तंत्रिका तंत्र के बारे मे


आओ पढ़ो जंतु तंत्रिका तंत्र के बारे मे जंतु तंत्रिका तंत्र शरीर का नियंत्रण केंद्र होता है, जो मस्तिष्क, रीढ़ की हड्डी और तंत्रिकाओं से मिलकर बनता है. यह शरीर की सभी गतिविधियों, जैसे सोचना, महसूस करना, और हिलना-डुलना को नियंत्रित करता है, तथा विभिन्न इंद्रियों के माध्यम से जानकारी प्राप्त करके उस पर प्रतिक्रिया करता है. तंत्रिका तंत्र विद्युत और रासायनिक संकेतों के रूप में संदेश भेजकर शरीर के विभि... Read More

आओ पढ़ो जंतु तंत्रिका तंत्र के बारे मे

जंतु तंत्रिका तंत्र शरीर का नियंत्रण केंद्र होता है, जो मस्तिष्क, रीढ़ की हड्डी और तंत्रिकाओं से मिलकर बनता है. यह शरीर की सभी गतिविधियों, जैसे सोचना, महसूस करना, और हिलना-डुलना को नियंत्रित करता है, तथा विभिन्न इंद्रियों के माध्यम से जानकारी प्राप्त करके उस पर प्रतिक्रिया करता है. तंत्रिका तंत्र विद्युत और रासायनिक संकेतों के रूप में संदेश भेजकर शरीर के विभिन्न अंगों के बीच संचार स्थापित करता है. 

तंत्रिका तंत्र के मुख्य कार्य:

नियंत्रण और समन्वय:

यह शरीर की सभी ऐच्छिक और अनैच्छिक (जैसे हृदय गति, पाचन) गतिविधियों को नियंत्रित करता है और उनका समन्वय करता है. 

सूचना प्रसंस्करण:

इंद्रियों से प्राप्त जानकारी (जैसे देखना, सुनना, छूना) को संसाधित करके सोच, भावनाएं और व्यवहार उत्पन्न करता है. 

संचार:

मस्तिष्क और शरीर के अन्य भागों के बीच संदेशों को विद्युत और रासायनिक संकेतों के रूप में भेजकर संचार करता है. 

प्रतिक्रिया:

बाहरी या आंतरिक उत्तेजनाओं पर उचित प्रतिक्रिया देने के लिए शरीर के अंगों को निर्देश देता है. 

तंत्रिका तंत्र की मूल इकाई - न्यूरॉन: 

न्यूरॉन (तंत्रिका कोशिका):

यह तंत्रिका तंत्र की मूल इकाई है जो विद्युत और रासायनिक संकेतों के रूप में जानकारी ले जाती है.

संदेशों का आदान-प्रदान:

एक न्यूरॉन अपने विद्युत संकेत को अक्षतंतु (axon) के माध्यम से भेजता है, और यह संकेत एक रासायनिक संकेत में बदल जाता है.

सिनैप्स:

यह वह स्थान है जहाँ एक न्यूरॉन का अक्षतंतु दूसरे न्यूरॉन के डेंड्राइट (dendrite) से मिलता है.

न्यूरोट्रांसमीटर:

ये रासायनिक संदेशवाहक होते हैं जो सिनैप्स के पार संदेश को पड़ोसी न्यूरॉन तक पहुँचाते हैं.

तंत्रिका तंत्र के मुख्य भाग:

केंद्रीय तंत्रिका तंत्र (CNS):

इसमें मस्तिष्क और रीढ़ की हड्डी शामिल होती है. यह शरीर का कमांड सेंटर है, जो जानकारी को संसाधित करता है. 

परिधीय तंत्रिका तंत्र (PNS):

इसमें तंत्रिकाएं होती हैं जो केंद्रीय तंत्रिका तंत्र को पूरे शरीर से जोड़ती हैं. 

संक्षेप में, जंतु तंत्रिका तंत्र एक अत्यंत जटिल और महत्वपूर्ण प्रणाली है जो जंतुओं को अपने आसपास के वातावरण को समझने और प्रतिक्रिया

करने में मदद करती है. 


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  • Author:- 7017381855
  • Date:- 2025:08:23
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आए जाने मानव नेत्र क्या होता है


आए जाने मानव नेत्र क्या होता है मानव नेत्र, शरीर की एक अत्यंत जटिल ज्ञानेन्द्रिय है जो प्रकाश के प्रति प्रतिक्रिया करती है और हमें दुनिया को देखने की क्षमता देती है. यह एक प्रकाशीय यंत्र की तरह काम करती है, जिसमें कॉर्निया (स्वच्छमंडल), परितारिका (आइरिस), पुतली, लेंस, और रेटिना जैसे भाग होते हैं, जो प्रकाश को केंद्रित करके प्रतिबिंब बनाते हैं और उसकी जानकारी मस्तिष्क तक पहुँचाते हैं.  मानव ने... Read More

आए जाने मानव नेत्र क्या होता है

मानव नेत्र, शरीर की एक अत्यंत जटिल ज्ञानेन्द्रिय है जो प्रकाश के प्रति प्रतिक्रिया करती है और हमें दुनिया को देखने की क्षमता देती है. यह एक प्रकाशीय यंत्र की तरह काम करती है, जिसमें कॉर्निया (स्वच्छमंडल), परितारिका (आइरिस), पुतली, लेंस, और रेटिना जैसे भाग होते हैं, जो प्रकाश को केंद्रित करके प्रतिबिंब बनाते हैं और उसकी जानकारी मस्तिष्क तक पहुँचाते हैं. 

मानव नेत्र के मुख्य भाग और उनके कार्य:

कॉर्निया (Cornea):

आँख की बाहरी परत होती है जो प्रकाश को अंदर प्रवेश करने देती है. 

आइरिस (Iris):

यह रंगीन हिस्सा होता है जो पुतली के आकार को नियंत्रित करता है और आँखों में जाने वाले प्रकाश की मात्रा को समायोजित करता है. 

पुतली (Pupil):

यह आइरिस के बीच का छिद्र है, जो प्रकाश को आँख के अंदर प्रवेश करने देता है. 

लेंस (Lens):

यह एक उत्तल लेंस होता है, जो कॉर्निया से आने वाली प्रकाश किरणों को रेटिना पर केंद्रित करता है. 

रेटिना (Retina):

आँख के पीछे स्थित पर्दा है, जिस पर वस्तु का प्रतिबिम्ब बनता है. इसमें छड़ें और शंकु नामक प्रकाशग्राही कोशिकाएं होती हैं, जो प्रकाश की तीव्रता और रंगों का पता लगाती हैं. 

दृष्टि तंत्रिका (Optic Nerve):

यह रेटिना से प्रकाश संबंधी संकेतों को मस्तिष्क तक पहुंचाती है, जहाँ उनका विश्लेषण करके हम दुनिया को देख पाते हैं. 

कार्यप्रणाली: 

वस्तु से चली प्रकाश की किरणें कॉर्निया से गुजरती हैं.

फिर ये किरणें लेंस द्वारा अपवर्तित (मोड़ी) जाती हैं और रेटिना पर केंद्रित होती हैं.

रेटिना पर बनने वाला प्रतिबिंब आमतौर पर उल्टा होता है.

रेटिना पर मौजूद प्रकाशग्राही कोशिकाएं इस सूचना को विद्युत संकेतों में बदल देती हैं.

ये संकेत दृष्टि तंत्रिका के माध्यम से मस्तिष्क तक पहुँचते हैं.

मस्तिष्क इन संकेतों को संसाधित करता है और हमें वस्तु का सीधा प्रतिबिम्ब दिखाई देता है.


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  • Date:- 2025:08:23
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आए जाने धातुओं का में दहन करने से क्या होता है


आए जाने धातुओं का में दहन करने से क्या होता है धातुओं को वायु में जलाने या दहन करने पर धातु ऑक्साइड बनते हैं। यह अभिक्रिया धातु और हवा में मौजूद ऑक्सीजन के बीच होती है। उदाहरण के लिए, कॉपर को हवा में गर्म करने पर काले रंग का कॉपर (II) ऑक्साइड बनता है, और मैग्नीशियम हवा में जलकर मैग्नीशियम ऑक्साइड बनाता है।  प्रक्रिया कैसे होती है: जब कोई धातु वायु में उपस्थित ऑक्सीजन के साथ प्रतिक्रिया करती ह... Read More

आए जाने धातुओं का में दहन करने से क्या होता है

धातुओं को वायु में जलाने या दहन करने पर धातु ऑक्साइड बनते हैं। यह अभिक्रिया धातु और हवा में मौजूद ऑक्सीजन के बीच होती है। उदाहरण के लिए, कॉपर को हवा में गर्म करने पर काले रंग का कॉपर (II) ऑक्साइड बनता है, और मैग्नीशियम हवा में जलकर मैग्नीशियम ऑक्साइड बनाता है। 

प्रक्रिया कैसे होती है:

जब कोई धातु वायु में उपस्थित ऑक्सीजन के साथ प्रतिक्रिया करती है, तो धातु ऑक्साइड बनता है। 

यह एक रासायनिक अभिक्रिया है जहाँ धातु ऑक्सीजन के साथ जुड़ जाती है। 

यह प्रक्रिया आमतौर पर तब होती है जब धातु को गर्म किया जाता है। 

उदाहरण:

मैग्नीशियम का दहन:

मैग्नीशियम रिबन को हवा में जलाने पर यह तीव्र प्रकाश और गर्मी के साथ जलता है और सफेद पाउडर, मैग्नीशियम ऑक्साइड बनाता है। 

रासायनिक समीकरण: 2Mg + O₂ → 2MgO 

कॉपर का दहन:

जब कॉपर को हवा में गर्म किया जाता है, तो यह ऑक्सीजन से अभिक्रिया करके काले रंग का कॉपर (II) ऑक्साइड बनाता है। 

एल्युमिनियम का दहन:

एल्युमिनियम भी वायु में ऑक्सीजन से प्रतिक्रिया करके एल्युमिनियम ऑक्साइड बनाता है। 

महत्वपूर्ण तथ्य:

धातु ऑक्साइड की प्रकृति क्षारीय होती है, जिसका अर्थ है कि ये पानी के साथ अभिक्रिया करके क्षारक बनाते हैं। 

पोटेशियम और सोडियम जैसी बहुत अधिक क्रियाशील धातुएँ हवा में खुली छोड़ने पर आग पकड़ लेती हैं, इसलिए उन्हें केरोसीन तेल में डूबाकर रखा जाता है। 


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  • Author:- 7017381855
  • Date:- 2025:08:22
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साइंस क्या है


साइंस क्या है  विज्ञान (Science) वह व्यवस्थित ज्ञान है जो प्राकृतिक घटनाओं और उनके नियमों का अध्ययन करता है। यह अवलोकन, प्रयोग और तर्क के माध्यम से प्राप्त किया जाता है। विज्ञान का उद्देश्य प्राकृतिक दुनिया को समझना और व्याख्या करना है।  विस्तार में: विज्ञान, जिसे अंग्रेजी में "Science" कहा जाता है, एक व्यवस्थित ज्ञान है जो प्राकृतिक दुनिया के बारे में है। यह प्राकृतिक घटनाओं,... Read More

साइंस क्या है 

विज्ञान (Science) वह व्यवस्थित ज्ञान है जो प्राकृतिक घटनाओं और उनके नियमों का अध्ययन करता है। यह अवलोकन, प्रयोग और तर्क के माध्यम से प्राप्त किया जाता है। विज्ञान का उद्देश्य प्राकृतिक दुनिया को समझना और व्याख्या करना है। 

विस्तार में:

विज्ञान, जिसे अंग्रेजी में "Science" कहा जाता है, एक व्यवस्थित ज्ञान है जो प्राकृतिक दुनिया के बारे में है। यह प्राकृतिक घटनाओं, जैसे कि प्रकाश, ध्वनि, गति, ऊर्जा, पदार्थ, और जीवन का अध्ययन करता है। विज्ञान अवलोकन, प्रयोग, और तर्क के माध्यम से ज्ञान प्राप्त करता है। 

विज्ञान के कुछ मुख्य पहलू: 

अवलोकन:

विज्ञान में, हम अपने आस-पास की दुनिया को ध्यान से देखते हैं और जो कुछ भी हम देखते हैं, उसे नोट करते हैं।

प्रयोग:

हम प्रयोग करते हैं, जो नियंत्रित परिस्थितियों में अवलोकन करने का एक तरीका है।

तर्क:

हम अपने अवलोकन और प्रयोगों से निष्कर्ष निकालने के लिए तर्क का उपयोग करते हैं।

सिद्धांत:

विज्ञान में, हम सिद्धांतों का निर्माण करते हैं जो हमें प्राकृतिक दुनिया को समझने में मदद करते हैं।

अनुप्रयोग:

विज्ञान के ज्ञान का उपयोग नई तकनीकों और उत्पादों को बनाने के लिए किया जाता है।

विज्ञान के कई अलग-अलग क्षेत्र हैं, जिनमें शामिल हैं: 

भौतिकी:

यह पदार्थ, ऊर्जा, और उनके बीच की बातचीत का अध्ययन करता है।

रसायन विज्ञान:

यह पदार्थों और उनके गुणों का अध्ययन करता है।

जीव विज्ञान:

यह जीवन और जीवित जीवों का अध्ययन करता है।

भूविज्ञान:

यह पृथ्वी और उसके इतिहास का अध्ययन करता है।

खगोल विज्ञान:

यह ब्रह्मांड और खगोलीय पिंडों का अध्ययन करता है।

संक्षेप में, विज्ञान एक शक्तिशाली उपकरण है जो हमें अपने आस-पास की दुनिया को समझने और बेहतर बनाने में मदद करता है। 


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  • Author:- 7017381855
  • Date:- 2025:08:21
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