गुरुत्वाकर्षण

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अध्याय 7 तथा 8 में हमने वस्तु की गति के बारे में तथा बाल को गति के कारक के रूप में अध्ययन किया है हमने सीखा है कि किसी वस्तु की चाल या गति की दिशा बदलने के लिए बाल की आवश्यकता होती है हम सदैव देखते हैं कि जब किसी वस्तु को ऊंचाई से गिराया जाता है तो वह पृथ्वी की ओर ही गिरती है हम जानते हैं कि सभी ग्रह सूर्य के चारों ओर चक्कर लगाती है चंद्रमा पृथ्वी की परिक्रमा करता है इन सभी अवस्थाओं में वस्तुओं पर ग्रहों पर तथा चंद्रमा पर लगने वाला कोई पालम आवश्यक होना चाहिए आइजक न्यूटन इस तथ्य को समझ गए थे कि इन सभी के लिए एक ही बोल उत्तरदाई है इस बाल को गुरुत्वाकर्षण बल कहते हैं

  गुरुत्वाकर्षण

 हम जानते हैं कि चंद्रमा पृथ्वी का चक्कर लगाता है किसी वस्तु को जब ऊपर की ओर फेंकते हैं तो वह कुछ ऊंचाई तक ऊपर पहुंचती है और फिर नीचे की और गिरने लगती है कहते हैं कि जब न्यूटन एक पेड़ के नीचे बैठे थे तो एक सब उन पर गिरा सब के गिरने की क्रिया में न्यूटन को सोने के लिए प्रेरित किया उन्होंने सोचा कि यदि पृथ्वी सब को अपनी ओर आकर्षित कर सकती है तो क्या यह चंद्रमा को आकर्षित नहीं कर सकती क्या दोनों स्थितियों में वही बोल लग रहा है उन्होंने अनुमान लगाया कि दोनों अवस्था में एक ही प्रकार का उत्तरदाई है उन्होंने तर्क दिया कि अपनी कक्षा के प्रत्येक बिंदु पर चंद्रमा किसी सरल रेखीय पथ पर गति नहीं करता वरुण पृथ्वी की ओर गति रहता है अतः वह आवश्यक ही पृथ्वी द्वारा आकर्षित होता है लेकिन हम वास्तव में चंद्रमा को पृथ्वी की ओर गिरते हुए नहीं देखते

 गुरुत्वाकर्षण का सार्वत्रिक नियम 

 विश्व का प्रत्येक बिन प्रत्येक करने पिंड को एक बाल से आकर्षित करता है जो दोनों पिंडों के द्रव्यमनों के गुणनफल के समानुपाती तथा उनके बीच की दूरी के वर्ग के व्यक्त कर्मानुपाती होता है यह बल्ब दोनों विंडो को मिलने वाली रेखा की दिशा में लगता है

 गुरुत्वाकर्षण के सर्वाधिक नियम का महत्व

 गुरुत्वाकर्षण का सार्वत्रिक नियम अनेक ऐसी परिघटनाओं की सफलतापूर्वक व्याख्या करता है जो ए संबंध मानी जाती है

 1.हमें पृथ्वी से बांधे रखने वाला बाल 

2. पृथ्वी के चारों ओर चंद्रमा की गति

3. सूर्य के चारों ओर ग्रह की गति तथा 

 4.चंद्रमा तथा सूर्य के कारण ज्वार भाटा 

 मुक्त पतन

 मुक्त पतन का अर्थ जानने के लिए लिए क्रियाकलाप करें 

1. एक पत्थर लीजिए इस ऊपर की ओर फेक है यह एक मैसेज ऊंचाई तक पहुंचता है और तब नीचे गिरने लगता है

 हम जानते हैं कि पृथ्वी वस्तु को अपनी ओर आकर्षित करती है पृथ्वी के आकर्षण बल को गुरुत्वीय बल कहते हैं

 पृथ्वी के गुरुत्वीय बल के प्रभाव में वस्तुओं की गति 

 यह समझने के लिए की क्या सभी वास्तविक खोकली यह ठोस पड़ी या छोटी किसी ऊंचाई से समान दर से गिरेगी

  द्रव्यमान 

 हमने पिछले अध्याय में पढ़ा है कि किसी वस्तु का द्रव्यमान उसके जड़त्व की माप होता है अनुभाग हमने यह भी सीखा है कि जितना अधिक वस्तु का द्रव्यमान होगा उतना ही अधिक उसका जड़त्व भी होगा किसी वस्तु का द्रव्यमान उतना ही रहता है चाहे वस्तु पृथ्वी पर हो चंद्रमा पर हो या फिर बाद अंतरिक्ष में हो इस प्रकार वस्तु का द्रव्यमान स्थिर रहता है तथा एक स्थान से दूसरे स्थान पर नहीं बदलता

 भार

 हम जानते हैं कि पृथ्वी प्रत्येक वस्तु को एक निश्चित बाल से आकर्षित करती है और यह बोल वास्तु के द्रव्यमान एम तथा पृथ्वी के गुरुत्वीय बल के कारण त्वरण जी पर निर्भर है किसी वस्तु का भार वह बोल है जिसमें यह पृथ्वी की ओर आकर्षित होती है

 किसी वस्तु का चंद्रमा पर बार 

 हमने सीखा है कि पृथ्वी पर किसी वस्तु का भरवा है बाल है जिससे पृथ्वी उसे वस्तु को अपनी ओर आकर्षित करती है इसी प्रकार चंद्रमा पर किसी वस्तु का भार बाल वह है जिसे चंद्रमा उसे वस्तु को आकर्षित करता है चंद्रमा का द्रव्यमान पृथ्वी की अपेक्षा कम है इस कारण चंद्रमा वस्तु पर काम आकर्षण बल लगता है मान लीजिए किसी वस्तु का द्रव्यमान एम है तथा चंद्रमा पर बाहर व है मान लीजिए चंद्रमा का द्रव्यमान एम ए तथा इसकी त्रिज्या आर एम एम गुरुत्वीय प्रश्न का सर्वाधिक नियम लगाने पर चंद्रमा पर वस्तु का भरा होगा

  प्रौढ़ तथा दाब 

 क्या कभी आपने सोचा है कि ऊंट रेगिस्तान में आसानी से क्यों दौड़ पाते हैं सेवा का टैंक जिसका पर 1000 तन से भी अधिक होता है एक स्वस्थ चैन पर क्या टिका होता है किसी ट्रक या बस के टायर अधिक जोड़े क्यों होते हैं काटने वाले औजारों की दाल तेज क्यों होती है इन प्रश्नों का उत्तर जानने के लिए तथा इनमें शामिल परी घटनाओं को समझने के लिए दी गई वस्तु पर एक विशेष दिशा में लगने वाले नेट पर परी घटनाओं को समझने के लिए दी गई वस्तु पर एक विशेष दिशा में लगने वाले बंदर की धारणा से परिचय कराना सहायक होगा प्रणोद तथा दाब का अर्थ समझने के

 तरलो में दाब 

 सभी दरिया गैस तरल है तो सपने भर के कारण किसी सतह पर दाग लगता है इसी प्रकार तारों में भी भरा होता है तथा में जिस बर्तन में रखे जाते हैं उसके आधार तथा दीवारों पर दाग लगते हैं किसी परिरोध द्रव्यमान के तरल पर लगाने वाला दाब सभी दिशाओं में बिना घंटे संचालित हो जाता है 

 

 

 




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