एक पेड़ को काटने पर

꧁ Digital Diary ༒Largest Writing Community༒꧂


Digital Diary Create a free account



एक पेड़ को काटने पर

कवि कहता है कि यदि हम एक पेड़ को मारना चाहते हैं तो इसमें बहुत अधिक समय लग जाता है। साधारण चाकू द्वारा किए गए केवल एक काटो से पेड़ मर नहीं सकता है पेड़ धरती से भोजन और अन्य पोशाक तत्व प्राप्त करके बड़ा होता है वह सूर्य के प्रकाश हवा और जल को वर्षों तक चुसता रहता है और बहुत ही शक्तिशाली बन जाता है 

यदि हम इसे कटने या फाड़ने का प्रयास करते हैं तो इससे इसको अधिक पीड़ा नहीं होती है इसकी रक्त बहती हुई त्वचा जल्दी ही ठीक हो जाती है उससे छटी-छोटी टहनियां टूट पड़ती है और शीघ्र ही में बहुत बड़ी और शक्तिशाली हो जाती है कवि कहता है कि पेड़ की असली ताकत उसकी जड़ों में होती है यदि हम पेड़ को हमेशा के लिए मारना चाहते हैं तो उसकी जड़ों को पूर्ण रूप से बाहर निकाल लिया जाना चाहिए उन्हें खुले में छोड़ दिया जाना चाहिए ताकि वे धप में मुरझा  जाए और हवा के कारण उनका दम घुट जाए इस प्रकार से आकर और रंग बदलने की एक लम्बी भीम के पश्चात हम कह सकते हैं कि पेड़ मर गया है




Leave a comment

We are accepting Guest Posting on our website for all categories.


Comments