जीवन बीमा पोलिसी के प्रकार Jeevan Bima Policy ke Prakar
हेल्लो दोस्तों स्वागत है आपका Bimamoney.com पर आज हम बात करेगे बीमा क्या हैं, बीमा के प्रकार, जीवन बीमा क्या हैं और जीवन बीमा पोलिसी के प्रकार के बारे में और बीमा से जुड़े हुए कुछ कठिन शब्दावली के बारे में |
हम सब लोग जानते है की हमारा जीवन कितना कीमती है और आज के समय में जीवन में कब क्या घटित हो जाये कोई नहीं जानता। सड़कों पर जिस तरह से रोज इतनी तेजी से गाड़ियाँ चल रही है जिससे हर दिन दुर्घटनाएँ बढ़ती ही जा रही है ऐसे में जीवन बीमा हर व्यक्ति के लिए जरुरी हो जाता है। दुर्घटना भरे इस जीवन में अपनी कीमती चीजों का बीमा करवाने से आपको बहुत सारे लाभ हो सकते है। यदि आपके परिवार वाले आप के इनकम पर आश्रित है और आप अपनी मृत्यु के बाद अपने परिवार की मदद करना चाहते है तो जीवन बीमा आपके लिए बहुत ही सुरक्षित तरीका है। तो आज इसी के बारे में हम बात करते है।
बीमा (Insurance) क्या हैं
भविष्य को ध्यान में रख कर वर्तमान में किया गया जोखिम प्रबंधन का एक रूप है जो आकस्मिक अथवा अनिश्चित हानि से सुरक्षा प्रदान करता हैं|
यह बीमाकर्ता (बीमा कम्पनी) और बीमित व्यक्ति (बीमाधारक) के बीच किया गया एक एग्रीमेंट होता है जिसमे बीमित व्यक्ति को किसी प्रकार की दुर्घटना होने पर बीमाकर्ता द्वारा तय की गयी राशि या सेवा अदा की जाती हैं
बीमा के बिभिन्न प्रकार/Different types of insurance
1. जीवन बीमा क्या हैं/What is Life Insurance
यह एक ऐसी व्यवस्था है जिसमे बीमित व्यक्ति के जीवन का बीमा कर उसे मृत्यु के खिलाफ कवरेज प्रदान किया जाता हैं और बीमित व्यक्ति की मृत्यु हो जाने पर या पोलिसी मेचेओर हो जाने पर बीमाकर्ता (पोलिसी होल्डर) द्वारा उस व्यक्ति (बीमित व्यक्ति) को या उसके परिवार को एकमुस्त राशि का भुगतान किया जाता हैं |
जीवन बीमा पोलिसी के प्रकार/Types of Life Insurance Policy
भारत में जीवन बीमा पोलिसी के मुख्यतः कई प्रकार हैं जिसमे से आज हम कुछ महत्वपूर्ण जीवन बीमा पोलिसी के प्रकार के बारे में संक्षेप में चर्चा करेगे |
1. टर्म जीवन बीमा प्लान/ Term Life Insurance Plans
यह जीवन बीमा का सबसे शुद्ध रूप है जो बिना किसी प्रॉफिट एलिमेंट के साथ जीवन कवर प्रदान करता हैं |
इसमें बीमित व्यक्ति (पोलिसी धारक) को पोलिसी की अवधि के दौरान आकस्मिक मृत्यु पर बीमाकर्ता(बीमा कम्पनी) द्वारा मृत्यु लाभ में एकमुश्त राशि प्रदान की जाती हैं, यदि बीमित व्यक्ति की मृत्यु पोलिसी की अवधी के दोरान नहीं होती है और पोलिसी expire हो जाती है तो बीमित व्यक्ति को कोई कवर नहीं मिलता हैं और लाभ का दावा भी नहीं कर सकते हैं |
टर्म लाइफ इन्सुरेंस एक आय प्रतिस्थापन पोलिसी होती हैं और इसके प्लान जीवन बीमा प्लान की तुलना में प्रीमियम काफी सस्ते होते हैं अतः यह सबसे सस्ता जीवन बीमा प्लान हैं |
आमतौर पर टर्म लाइफ इन्सुरेंस के तीन और भी प्रकार हैं जैसे की -:
- डिक्रिजिंग टर्म लाइफ इन्सुरेंस
- इन्क्रिजिंग टर्म लाइफ इन्सुरेंस
- कैशबैक टर्म लाइफ इन्सुरेंस
1. डिक्रिजिंग टर्म लाइफ इन्सुरेंस
इस प्रकार के बीमा पोलिसी में सम इंश्योर्ड निश्चित दर पर हर साल घटता रहता है और पोलिसी के अंतिम साल के ख़त्म होने पर यह जीरो हो जाता हैं| इसमें प्रीमियम नहीं घटता है बल्कि सम इंश्योर्ड घटता हैं और इसका फायदा यह है की प्रीमियम की दर काफी कम होती हैं |
2. इन्क्रिजिंग टर्म लाइफ इन्सुरेंस
इस प्रकार के बीमा पोलिसी में सम इंश्योर्ड हर साल बढ़ता हैं इसलिए इस बढ़ता हुआ टर्म लाइफ इन्सुरेंस कहते हैं, इसमें इसका प्रीमियम थोडा सा जादा होता हैं |
3. कैशबैक टर्म लाइफ इन्सुरेंस
इस प्रकार के पोलिसी में टर्म लाइफ इन्सुरेंस का प्लान समाप्त होने पर अदा किया गया प्रीमियम बीमा कम्पनी द्वारा वापस कर दिया जाता हैं इसलिए इसका प्रीमियम अन्य टर्म प्लान की तुलना में जादा होता हैं |
Note -: किसी भी टर्म लाइफ इन्सुरेंस की पोलिसी के समाप्त होने पर यदि बीमित व्यक्ति जीवित है तो उसे किसी भी प्रकार का लाभ नहीं मिलता हैं सिर्फ कैशबैक टर्म लाइफ इन्सुरेंस को छोड़ कर |
2. मनी बैक बीमा प्लान/ Money Back Insurance Plans
मनी बैक इन्सुरेंस प्लान एक अलग प्रकार की लाइफ इन्सुरेंस पोलिसी होती हैं जिसमे किये गए बीमा की कुछ राशि समय -2 पर सर्वायवल बेनिफिट के रूप में बीमित व्यक्ति को नियमित अन्तराल में सीधे भुगतान कर दी जाती हैं |
अगर बीमित व्यक्ति इस पोलिसी की अवधी के समाप्त होने के बाद भी जीवित रहता हैं तो बची हुई शेष राशि और बोनस बीमा कम्पनी द्वारा वापस कर दी जाती हैं |
मनी बैक इन्सुरेंस प्लान में बीमा कम्पनी द्वारा समय -2 बोनस घोषित कर बीमित व्यक्ति को उसका भुगतान कर दिया जाता है जिससे उसकी वित्तीय कमी की कुछ पूर्ति हो जाती हैं |
Note -: मनी बैक इन्सुरेंस प्लान में अच्छा बीमा कवर के साथ समय – समय पर रिटर्न भी मिलता जाता हैं |
3. एंडोमेंट बीमा प्लान/ Endowment Life Insurance Plans
एंडोमेंट बीमा प्लान एक तरह का ट्रेडिसनल लाइफ इन्सुरेंस पोलिसी होती हैं जो सेविंग्स और बीमा कवर का मिला जुला रूप हैं |
एंडोमेंट बीमा प्लान में बीमित व्यक्ति को बीमा कवर के साथ बचत का भी विकल्प मिलता हैं, इस प्लान के अंतर्गत जीवन बीमा कंपनिया बीमित व्यक्ति के प्रीमियम में से एक निश्चित राशि को जीवन बीमा के लिए रखती है और शेष राशि को शेयर बाजार में निवेश कर देती हैं |
एंडोमेंट बीमा प्लान में जो बीमाधारक अपनी बीमा पोलिसी के प्रीमियम का नियमित रूप से भुगतान करता है और पोलिसी के समाप्त होने तक वह जीवित रह जाता है तो बीमा कम्पनी उस बीमाधारक को मेच्चेयोरिटी बेनिफिट के साथ समय – समय पर बोनस भी प्रदान करती हैं जो नामित व्यक्ति को परिपक्कत्ता के बाद भुगतान कर दिया जाता हैं |
Note -: एंडोमेंट बीमा प्लान में दो प्रकार के लाभ मिलते हैं पहला बीमा कवर लाभ दूसरा निवेश का लाभ |
4. यूनिट लिंक्ड बीमा प्लान/ Unit Linked Insurance Plans(ULIPs)
यूलिप प्लान इन्सुरेंस और इन्वेस्टमेंट का मिश्रण होता हैं इसमें भुगतान किया गया प्रीमियम का एक हिस्सा रिस्क कवर के रूप में और एक हिस्सा फंड के रूप में निवेश किया जाता हैं |
यूलिप प्लान में बीमाधारक (बीमित व्यक्ति) अपने जोखिम लेने की क्षमता के आधार पर बीमा प्रदाता द्वारा दिए गए बिभिन्न फंड में निवेश कर सकता हैं |
Note -: यूलिप बीमा प्लान बीमाधारक को बिभिन्न मार्केट लिंक्ड फंड में निवेश करने का मौका प्रदान करता हैं |
5. सम्पूर्ण जीवन बीमा/ Whole Life Insurance Plans
होल लाइफ इन्सुरेंस प्लान बीमित व्यक्ति के सम्पूर्ण जीवन या कुछ मामलो में 100 वर्ष तक का लाइफ कवर प्रदान करता हैं, इस प्लान की सबसे बड़ी विशेषता यह है की जिस दिन से आप यह प्लान खरीद लेते है उस दिन से लेकर मृत्यु तक आप को यह प्लान लाइफ बीमा कवर प्रदान करता हैं |
होल लाइफ इन्सुरेंस प्लान का सबसे बड़ा लाभ यह है की बीमित व्यक्ति को प्रीमियम का कुछ भाग समय – समय पर आपको मिलता रहता है और उसके मृत्यु के बाद टोटल सम इस्योर्ड राशि डेथ क्लेम के बाद बीमित व्यक्ति के परिवार को मिल जाती हैं |
इसमें प्रीमियम दो प्रकार से भरा जाता है पहला फिक्स्ड प्रीमियम जिसमे बीमाधारक द्वारा फिक्स किया गया प्रीमियम भरा जाता है और दूसरा लाइफ टाइम प्रीमियम जिसमे जब तक बीमाधारक जीवित है तब तक प्रीमियम का भुगतान करता रहता हैं |
Note -: होल लाइफ इन्सुरेंस प्लान में फिक्स प्रीमियम की अवधी समाप्त होने पर पोलिसी समाप्त न हो कर सम्पूर्ण लाइफ कवर प्रदान करती हैं और सम इस्योर्ड राशि मृत्यु के बाद ही मिलती हैं |
6. बचत और निवेश बीमा प्लान/ Savings & Investment Insurance Plans
बचत और निवेश बीमा प्लान एक प्रकार का जीवन बीमा पोलिसी का प्रकार हैं जिसमे बीमा कम्पनी बीमा कर बीमाधारक के सुरक्षित भविष्य के लिए बचत और निवेश को प्रोत्शाहित करती हैं |
किसी भी व्यक्ति के लिए बीमा में निवेश सबसे अच्छा विकल्प और रिटर्न का साधन हो सकता है जो व्यक्ति के मुख्य रूप से चार कारको पर निर्भर करता हैं, जैसे की जोखिम लेने की क्षमता, नगदी की जरुरत, निवेश अवधी और टैक्स स्लैब |
बचत और निवेश बीमा प्लान काफी बडी पोलिसी है जो पारंपरिक और यूनिट लिंक्ड योजना दोनों को कवरेज प्रदान करती हैं |
7. चाइल्ड लाइफ बीमा प्लान / Child Life Insurance Plans
चाइल्ड लाइफ इन्सुरेंस प्लान बच्चे के स्वर्णिम भविष्य के विकास के लिए मार्ग में आने वाली बाधाओं का सामना करने के लिए तैयार किया गया फंड जैसे की बच्चो की शिक्षा, शादी आदि के लिए पैसो की उपलब्धता सुनिश्चित करना |
बच्चे की चाइल्ड लाइफ इन्सुरेंस पोलिसी मेच्चेयोर हो जाने पर बच्चे को वार्षिक तौर पर क़िस्त या एकमुश्त राशि का भुगतान बीमाकर्ता द्वारा कर दिया जाता है |
यदि पोलिसी टर्म के दौरान इंस्योर्ड (बीमित ) पालक की अचानक मृत्यु हो जाती है तो भविष्य के सभी प्रीमियम माफ़ हो जाते है और पोलिसी बेनिफिट भी बिना रुकावट के उपलब्ध्य करा दी जाती है जिससे की बीमाधारक को किसी बड़ी चुनौती का सामना कम से कम करना पड़े |
8. रिटायर्मेंट बीमा प्लान/ Retirement Insurance Plans
रिटायर्मेंट लाइफ इन्सुरेंस प्लान एक व्यक्ति के लिए रिटायर्मेंट के बाद पैसो की उपलब्धता सुनिश्चित करता है जिसकी मदद से व्यक्ति अपने रिटायर्मेंट के बाद आर्थिक रूप से मजबूत बना रहता है | यह पोलिसी बिना किसी रुकावट के बिना किसी के सहारे के जीवन जीने में मदद करती है |
आमतौर पर रिटायर्मेंट लाइफ इन्सुरेंस प्लान 60 वर्ष पूरा हो जाने के बाद बीमा कम्पनी द्वारा बीमाधारक को वार्षिक रूप से या एकमुश्त राशि के रूप में भुगतान कर दिया जाता है |
रिटायर्मेंट के बाद नियमित रूप से आय की इस प्रकार की सुविधा को वार्षिकी या पेंशन के रूप में जाना जाता हैं |
2.गैर जीवन बीमा – General Insurance
गैर जीवन बीमा को सामान्य बीमा के नाम से भी जानते है | इस बीमा में मिलने वाले लाभ के अलावा कई प्रकार के नुकसान की कवरेज प्रदान की जाती है | दुसरे शव्दों में देखे तो जीवन बीमा कवर के अलावा अन्य प्रकार के बीमा कवर प्रदान करने वाली सेवा को सामान्य जीवन बीमा कहते है और इस प्रकार की बीमा करने वाली कम्पनियों को जनरल इन्सुरेंस कम्पनी कहते है |
जीवन बीमा पोलिसी के प्रकार के अलवा भी भारत में मुख्यतःकई प्रकार के सामान्य बीमा उपलब्ध्य है जिसमे से आज हम कुछ बीमा के बारे में जानेगे |
सामान्य बीमा के प्रकार -:
1. होम बीमा/ Home Insurance
होम इन्सुरेंसे जो की जनरल इन्सुरेंस का एक प्रकार है | होम इन्सुरेंस के द्वारा घर की और उसके सामान की सुरक्षा सुनिश्चित की जाती है और किसी भी प्रकार से आई प्राकृतिक आपदा के नुकसान की भरपाई या घर के किसी भी सामान के चोरी हो जाने पर बीमा कम्पनी द्वारा उसकी भरपाई की जाती है |
आमतौर पर इसके प्रीमियम काफी सस्ते होते है फिर भी भारत जैसे बड़े देश में जानकारी के आभाव में लोग इस प्रकार के बीमा नहीं कराते है और एक बहुत बड़े लाभ से वंचित रह जाते है |
2. मोटर बीमा/ Moter Insurance
मोटर बीमा में मुख्यतः वाहनों के लिए बीमा होता है जिससे वाहनों में होने वाला किसी भी प्रकार की क्षतिपूर्ति बीमा कम्पनी द्वारा किया जाता है |
इस प्रकार के इन्सुरेंस में फर्स्ट पार्टी और थर्ड पार्टी इन्सुरेंस कराये जाते है जो की भारतीय मोटर वाहन अधिनियम -1988 के अनुसार प्रतेक वाहन के लिए अनिवार्य होता है |
अपने आने वाले अर्टिकल में मोटर इन्सुरेंस, फर्स्ट पार्टी इन्सुरेंस, थर्ड पार्टी इन्सुरेंस, मोटर वाहन बीमा क्लेम के बारे में बिस्तार से जानेगे |
3. स्वास्थ्य बीमा/ Health Insurance
हेल्थ इन्सुरेंस जो की जनरल इन्सुरेंस का एक प्रकार है जिसके अंदर स्वास्थ्य सम्बंधित सेवाओं के लिए कवरेज प्रदान किया जाता है |
हेल्थ इन्सुरेंस में बीमाधारक हेल्थ इन्सुरेंस कम्पनी को प्रीमियम प्रदान करता है और बीमा कम्पनी उसके बदले बीमाधारक को स्वास्थ्य संबंधी समस्या ( बीमारी, अस्पताल खर्च, दुर्घटना ) पर आर्थिक सहायता प्रदान करती है और अचानक मृत्यु पर बीमाधारक को मुआवजा भी प्रदान करती है |
अपने अगले अर्टिकल में हेल्थ इन्सुरेंस के बारे में और इससे जुडी सभी प्रकार की जानकारी पर विस्तार से चर्चा करेगे |
4. यात्रा बीमा/ Travel Insurance
यह जनरल इन्सुरेंस का एक प्रकार का हैं जो यात्रा के दौरान होने वाली आकस्मिक दुर्घटना और यात्री के लगेज की चोरी का बीमा कम्पनी द्वारा कवरेज प्रदान किया जाता है |
आमतौर पर यह इन्सुरेंस बहुत सस्ते होते है इस प्रकार के बीमा यात्रा के दौरान ही टिकेट के माध्यम से प्रदान किये जाता है जो यात्रा के ख़त्म होने के साथ ही स्वतः ही समाप्त हो जाते है |
उदाहरण के लिए : जैसे आप भारत से अमेरिका के लिए हवाई जहाज की टिकेट खरीदते है तो टिकेट के साथ ही आप का यात्रा बीमा कर दिया जाता है और आप के अमेरिका पहुचाते ही आप का यात्रा बीमा स्वतः ही समाप्त हो जाता हैं |
5. फसल बीमा/ Crop Insurance
यह मुख्यतः किसानो के लिए सरकार द्वारा तैयार किया एक प्रकार का सुरक्षा कवच होता है जो किसानो को किसी भी प्रकार की आकस्मिक या अनिश्चित प्राकृतिक हानि ( ओला, वृष्टि, सुखा, बाढ़ या आग ) से फसलो को होने वाले नुकसान से सुरक्षा प्रदान करता हैं |
फसल बीमा लेने के बाद इस प्रकार के किसी भी प्रकार से फसलो को होने वाले नुकसान से बीमा कम्पनी भरपाई करती है|
फसल बीमा लेने के लिए सरकार द्वारा भी करी प्रकार की स्कीम लोंच की गयी हैं |
6. गैजेट बीमा/ Gadget Insurance
गैजेट बीमा एक प्रकार का जनरल इन्सुरेंस का प्रकार है जिसका उद्देश्य टेक्नोलोजिकल गैजेट्स को सुरक्षा प्रदान करना होता है |
इस प्रकार के बीमा के माध्यम से इलेक्ट्रोनिक उपकरणों ( मोबाइल फ़ोन, लैपटॉप, टी.वी) आदि को कवरेज प्रदान किया जाता है और पोलिसी पिरीअड के दौरान इन उपकरणों में किसी भी प्रकार की कोई हानि होने पर बीमा कम्पनी द्वारा क्लेम बेनिफिट दिया जाता है |
7. समुद्री बीमा/ Marine Insurance
आयात और निर्यात के दौरान समुद्र में चलने वाली व्यापारिक जहाजो को होने वाली आकस्मिक हानि की क्षतिपूर्ति के लिए कराया जाने वाला बीमा समुद्री बीमा कहलाता है जिसके माध्यम से समुद्री जहाजो और उन पर लदे सामानो को सुरक्षा प्रदान की जाती है |
8. अग्नि बीमा/ Fire Insurance
आग लगाने के कारण होने वाले नुकसान की क्षतिपूर्ति के लिए कराया जाने वाला बीमा अग्नि बीमा कहलाता है | पोलिसी अवधी के दौरान आग के कारण होने वाले नुकसान की भरपाई बीमा कम्पनी द्वारा की जाती है |
अक्सर कई बार देखा जाता है की बड़े – बड़े उद्योगपति या व्यापारीयो को आग के कारण बहुत भारी नुकसान हो जाता है तो इस प्रकार की बीमा पोलिसी इन लोगो के सामान को सुरक्षा प्रदान करती हैं |
9. नियोक्ता दायित्व बीमा/ Eployers Liability Insurance
कारखानों में काम करने वाले कर्मचारीयो को किसी प्रकार की चोट लगाने या नुकसान होने पर या उससे होने वाली मृत्यु होने पर कारखाना मालिक द्वारा उस व्यक्ति को या उसके परिवार को मुआबजा राशि की भरपाई की जाती है जिससे बचने के लिए कारखाना मालिक नियोक्ता दायित्व बीमा का चुनाव करता है |
इस प्रकार नियोक्ता दायित्व बीमा लेने पर कर्मचारी को होने वाले नुकसान की भरपाई बीमा कम्पनी द्वारा किया जाता है और कम्पनी मालिक की बचत हो जाती है |
3. पुनर्बीमा – Reinsurance
जब एक बीमा कम्पनी किसी दुसरे बीमा कम्पनी को बीमा कवरेज प्रदान करती है तो इस प्रकार किये गए बीमा को पुनर्बीमा ( Reinsurance ) कहते हैं |
जब किसी एक बीमा कम्पनी के पास बहुत सारे इन्सुरेंस क्लेम एक साथ आ जाते है तो बीमा कम्पनी पैसो या किसी अन्य जोखिम से बचाने के लिए बीमा कम्पनी किसी दूसरी बीमा कम्पनी से अपना बीमा करवाती है तो ऐसे बीमा को पुनर्बीमा कहते हैं |
यह किसी भी बीमा कम्पनी का एक प्रकार का जोखिम प्रबंधन तकनीक है जिसके माध्यम से बीमा कम्पनी खुद के अस्तित्व को बनाये रखती है |
जीवन बीमा से जुड़े कुछ कठिन शब्दावली
किसी भी प्रकार का जीवन बीमा लेते समय हमें सभी जीवन बीमा के प्रकारों को समझाना जरुरी है, उन बीमा में प्रयोग होने वाले कुछ कठिन शब्दावली है जिसे जानना बहुत जरुरी है |
1. लाइफ अश्योर्ड/ Life Assured
बीमा के माध्यम से जिस व्यक्ति के जीवन को सुरक्षित किया जाता है उसे लाइफ अश्योर्ड कहा जाता है | पोलिसी अवधी के दौरान लाइफ अश्योर्ड की मृत्यु होने पर नॉमिनी को बीमा धन का लाभ मिलता है |
2. प्रीमियम/ Premium
जीवन बीमा प्लान को लेते समय बीमा कम्पनी द्वारा बीमाधारक के लिएजो देय राशि निर्धारित की जाती है उसे प्रीमियम कहा जाता हैं | यदि नियत तारीख पर बीमा के प्रीमियम का भुगतान नहीं किया जाता है तो ग्रेस पीरियड लग जाता है और यदि ग्रेस पीरियड में भी बीमा का भुगतान नहीं किया जाता है तो पोलिसी समाप्त हो जाती हैं |
3. मेच्योरिटी बेनिफिट्स/ Maturity Benifits
बीमा पालिसी लेने के बाद जब पोलिसी की अवधी समाप्त हो जाती है तो बीमा कम्पनी की द्वारा मिलाने वाली राशि को मेच्योरिटी बेनिफिट्स कहते है |
4. ग्रेस पीरियड/ Grace Period
जब बीमाधारक बीमा पोलिसी के प्रीमियम को नहीं चुका पता है तो उस प्रीमियम का भुगतान करने के लिए बीमा कम्पनी द्वारा बीमाधारक को जो अतिरिक्त समय दिया जाता है तो उसे ग्रेस पीरियड कहा जाता हैं |
5. रिवाइवल पीरियड/ Revival Period
यदि बीमा पोलिसी में ग्रेस पीरियड लग गया है और आप फिर भी बीमा नहीं चुकाते है तो बीमा पोलिसी समाप्त हो जाती हैं |
अगर बीमा धारक दुबारा अपनी बीमा पोलिसी शुरू करना चाहता है तो एक निश्चित समय तक इंतजार करने के बाद ही बीमा पोलिसी शुरू करवा सकते है तो इस प्रकार के पीरियड को रिवाइवल पीरियड कहते हैं |
6. फ्री लुक पिरीयड/ Free look Period
अगर बीमाधारक पोलिसी लेने के कुछ समय बाद पोलिसी के नियम और शर्तो से संतुष्ट नहीं है तो एक निश्चित समय के बाद पोलिसी के नियमानुसार पोलिसी वापस कर ली जाती है तो इसे फ्री लुक पीरियड कहते है |
फ्री लुक पीरियड में स्टाम्प डियूटी चार्ज कट कर मेडिकल एग्जामिनेशन, प्रोपोर्शनेट रिस्क प्रीमियम और प्रीमियम राशि वापस कर दी जाती हैं |
7. राइडर/ Rider
लिए गए जीवन बीमा प्लान में यदि आप प्रसार/विस्तार करना चाहते है तो राइडर के माध्यम से किया जाता है | राइडर एक प्रकार का अतिरिक्त बेनिफिट्स होते है जो जीवन बीमा प्लान के साथ लिए जाते है |
राइडर लाभ ऐच्छिक होते है और यह बीमाधारक को अतिरिक्त वितीय सुरक्षा प्रदान करते हैं जो अतिरिक्त प्रीमियम दे कर लिए जाते हैं |
8. बीमाधारक/ Insured
ऐसा व्यक्ति जो बीमा कम्पनी से बीमा प्लान खरीदता है और उस प्लान का प्रीमियम भरता है बीमाधारक कहलाता है | जो व्यक्ति बीमा खरीदता है जरुरी नहीं की उसका जीवन बीमित हो कोई भी व्यक्ति बीमा का मालिक हो सकता है |
9. बीमाधन/ Insurance Money
बीमाधन वह राशि है जो बीमित व्यक्ति की मृत्यु पर लाभार्थी या नॉमिनी को प्राप्त होता है |
बीमा कम्पनी से जीवन बीमा प्लान खरीदते समय बीमाधारक जिस राशि का चुनाव करता है तो पोलिसी के अवधी के दौरान यदि बीमाधारक की मृत्यु हो जाती है तो वह समस्त राशि लाभार्थी को प्रदान की जाती है |
10. नॉमिनी/ Nominee
बीमा पोलिसी खरीदते समय बीमाधारक द्वारा नामांकित किये गए व्यक्ति को नॉमिनी या लाभार्थी कहा जाता है | बीमाधारक को किसी प्रकार की आकस्मिक घटना (मृत्यु, पैरालायिज आदि ) होने पर बीमा कम्पनी द्वारा पेआउट नॉमिनी को ही प्रदान किये जाते है |
बीमा पोलिसी खरीदते समय ही नॉमिनी का चुनाव किया जाता है आमतौर पर यह बीमाधारक की पत्नी, बच्चे, या माता – पिता होते है |
11. पोलोसी अवधी/ Policy Period
जितने समय के लिए बीमा कम्पनी द्वारा जीवन बीमा कवरेज प्रदान किया जाता है उस अवधी को पोलिसी पीरियड कहा जाता है |
12. मृत्यु लाभ/ Death benefit
पोलिसी पीरियड के दौरान बीमाधारक की मृत्यु होने पर बीमा कम्पनी द्वारा नॉमिनी को प्रदान की गयी राशि मृत्यु लाभ कहलाता है | यदि पोलिसी की अवधी समाप्त हो जाती है तो मृत्यु का लाभ नहीं मिल पता है |
आमतौर पर मृत्यु लाभ बीमा पोलिसी की टर्म एंड कंडीशन पर निर्भर करता हैं |
13. लैप्सेड पोलिसी/ Lapsed Policy
यदि बीमा पोलिसी में ग्रेस पीरियड लग गयी तो ग्रेस पीरियड लगने के बाद भी यदि बीमाधारक प्रीमियम नहीं भर पाता तो पोलिसी लेप्स हो जाती है तो इसे लैप्सेड पोलिसी कहते हैं |
14. क्लेम प्रक्रिया/ Claim Process
बीमाधारक द्वारा बीमा कम्पनी से बीमा लेने के बाद पोलिसी अवधी के दौरान यदि बीमाधारक की मृत्यु हो जाती है तो लाभार्थी मृत्यु लाभ के लिए क्लेम भरता है तो इसे क्लेम प्रक्रिया कहते हैं |
15. एक्सक्लूजन/ Exclusion
जीवन बीमा में बहुत सारे बीमा प्लान होते है और सभी प्लान में सारी परिस्थितिया कवर नहीं हो सकती है फिर भी आप उस परिस्थिति में बीमा क्लेम करते है जो बीमा पोलिसी में कवर नहीं है तो आप को कोई बीमा लाभ नहीं मिलता है इसे एक्सक्लूजन कहा जाता हैं |
जीवन बीमा पोलिसी के लाभ/ Benefits of Life Insurance Policy
ऊपर में हम जीवन बीमा और जीवन बीमा पोलिसी के प्रकारो के बारे में जाने है अब हम जानेगे की जीवन बीमा लेने के क्या फायदे होते है | दोस्तों जीवन बीमा लेने के बहुत सारे फायदे होते है और समय के साथ आप के बढ़ते हुए इनकम में कर लाभ भी प्रदान करते है, चलिए आज हम कुछ फायदों के बारे में चर्चा करते है |
- जीवन बीमा का सबसे बड़ा फायदा आप के परिवार की सुरक्षा |
- जीवन बीमा के माध्यम से लोन की प्राप्ति |
- बच्चो की उच्च शिक्षा, स्वास्थ्य और चिकित्सा में मदद |
- इससे आप के परिवार की नियमित आय भी हो सकती है |
- ऑनलाइन भुगतान की छूट |
- इनकम टैक्स अधिनियम -1961 के तहत धारा 80c और 80d के अंतगर्त प्रीमियम भुगतान पर कर ( Tax ) लाभ |
जीवन बीमा पोलिसी के नुकसान/ Disadvantages of Life Insurance Policy
जहा जीवन बीमा पोलिसी के बहुत सारे लाभ है वही जीवन बीमा पोलिसी के कुछ नुकसान भी है तो चलिए हम आज इसके बारे में जानते है |
- पोलिसी के ख़त्म होने तक पैसे देने पड़ते है तभी आप क्लेम कर सकते हैं |
- यदि आप पोलिसी सरेंडर ( पोलिसी वापस ) करते है तो आप को पूरे पैसे नहीं मिलेगे जितने आप दिए हैं |
- मेडिकल या हेल्थ इन्सुरेंस को हर साल रिनुअल कराना पड़ता है |
- जीवन बीमा प्लान की वापसी पर को पैसे कोई वापस नहीं मिलते |
जीवन बीमा पोलिसी खरीदने के लिए जरुरी दस्तावेज/ Documents required to buy life insurance policy
जीवन बीमा पोलिसी खरीदते समय बीमा कम्पनी केवाईसी के बहुत से जरुरी दस्तावेजो की माग करते है जिसके न होने पर आप को बीमा पोलिसी लेने में प्रोब्लेम हो सकती है | आज हम जानेगे कुछ जरुरी डाक्यूमेंट्स के बारे में |
- आधार कार्ड
- ड्राइविंग लाइसेंस
- वोटर आईडी कार्ड
- राशन कार्ड
- पासपोर्ट
जीवन बीमा पोलिसी की जरुरत क्यों पड़ती है/ Why is a Life Insurance Policy Needed
- आपत्तिकाल में वित्तीय सुरक्षा के लिए |
- बच्चो के शैक्षणिक व वित्तीय सुरक्षा के लिए |
- रिटायर्मेंट के बाद आय के नियमित स्रोत के लिए |
- किसी विकट बीमारी या दुर्घटना में वित्तीय सुरक्षा के लिए |
- बीमाधारक के मृत्यु पर परिवार की आर्थिक सुरक्षा के लिए |
जीवन बीमा पोलिसी लेते समय किन बातो का ध्यान रखें/ Things to keep in mind while taking a life insurance policy
आज के समय अलग – अलग बीमा कम्पनियों के अलग -2 प्लान है लेकिन सबसे जादा जरुरी है की हम अपने प्लान का चुनाव करते समय बीमा कम्पनी में क्या देखना चाहिए जिससे की अपने लिए एक अच्छा जीवन बीमा प्लान खरीद सके | आज हम इससे जुडी कुछ बाते जानते है |
- क्लेम सेटलमेंट रेसियो -: बीमा प्लान खरीदते समय सबसे पहले देखना है की उस कम्पनी का क्लेम सेटलमेंट रेसियो कितना है सबसे जादा क्लेम सेटलमेंट रेसिओ वाली कम्पनी प्रायः अच्छी मानी जाती है |
- क्लेम सेटलमेंट अमाउंट -: क्लेम सेटलमेंट रेसिओ से भी जादा जरुरी है क्लेम सेटलमेंट अमाउंट को देखना क्युकी कम्पनी कई बार छोटे – छोटे अमाउंट को क्लियर करके अपना क्लेम सेटलमेंट रेसिओ बढ़ा लेती है और बड़े – बड़े अमाउंट को पेन्डिंग में डाल देती है इसलिए जादा जरुरी हो जाता है क्लेम सेटलमेंट अमाउंट को देखना |
- कस्टमर रिव्यू -: कोई भी पोलिसी लेते समय बहुत जरुरी है की देखे उस कम्पनी के प्रति लोगो के रिव्यू कैसे है क्युकी इससे पता चलता है की बीमा कम्पनी अपने कस्टमर को कितना सपोर्ट करती है |
- बीमा कम्पनी की प्रतिष्ठा |
धन्यवाद दोस्तों हम लोगो ने आज जाना है की बीमा क्या है, बीमा के कितने प्रकार होते है, जीवन बीमा क्या है, जीवन बीमा पोलिसी के प्रकार क्या है, जनरल इन्सुरेंस क्या है और कितने प्रकार है, जीवन बीमा से जुड़े कुछ कठिन शब्द, जीवन बीमा के लाभ, जीवन बीमा के नुकसान और भी बहुत कुछ |
हम अपने आने वाले आर्टिकल में जानेगे की राइडर क्या है इसे किसके साथ खरीदना चाहिए और क्यों, क्लेम प्रक्रिया कैसे काम करती है, बीमा से लोन कैसे लेते है, बीमा लेने के लिए कौन – कौन से ऐप है, हेल्थ इन्सुरेंस क्या है, बेस्ट हेल्थ इन्सुरेंस कौन सा है आदि |
आप को हमारा आर्टिकल कैसा लगा कमेन्ट करके जरुर बताये और हमसे जुड़ने के लिए इस वेबसाइट को सब्सक्राइब भी करले और किसी भी प्रकार के प्रश्न के लिए कांटेक्ट फॉर्म के माध्यम से संपर्क कर सकते है आप को जल्द से जल्द जबाब दिया जायेगा | धन्यबाद
FAQ Related to Jivan Bima
सबसे बढ़िया जीवन बीमा कौन सा है?
सबसे बढ़िया जीवन बीमा प्लान LIC का जीवन उमंग है जो होल लाइफ कवरेज प्रदान करता हैं |
जीवन बीमा कितने प्रकार का होता है?
आमतौर पर जीवन बीमा 8 प्रकार के होते है |
1. टर्म जीवन बीमा प्लान
2. मनी बैक बीमा प्लान
3. एंडोमेंट बीमा प्लान
4. सम्पूर्ण जीवन बीमा
5. बचत और निवेश बीमा प्लान
6. चाइल्ड लाइफ बीमा प्लान
7. रिटायर्मेंट बीमा प्लान
8. यूनिट लिंक्ड बीमा प्लान
जीवन बीमा कैसे किया जाता है?
जीवन बीमा दो प्रकार से किया जाता है |
1. ऑफलाइन बीमा – जो बीमा एजेंट द्वारा किया जाता है |
2. ऑनलाइन बीमा – जो आप स्वयं इन्टरनेट के माध्यम से बीमा प्लेटफार्म में जाकर कर सकते है |
जीवन बीमा से क्या फायदा है?
जीवन बीमा करके बीमा से मिलने वाले लोन पर टैक्स नहीं लगता है और हम अपने परिवार की वित्तीय सुरक्षा सुनिश्चित कर सकते है | रिटायर्मेंट के बाद हम अपने वित्तीय लक्ष्य को पा सकते है |
कितने का जीवन बीमा खरीदना चाहिए?
आमतौर पर देखे तो जीवन बीमा लगभग अपनी अनुअल इनकम की 20 से 30 गुना लेनी चाहिए |
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